वक्त बदला हालात बदले, कहीं से आवाज आई शायद तु बदला या तेरे वो यार बदले। क्या वो यार फिर मिलेंगे कहीं, गल्ती मेरी ही होगी पर क्या हम फिर मिलेंगे कभी ॥ वो यारी उस पल की, ना जब सोच थी आज की ना फिक्र थी कल की, पर उन यादों की बारात लिए शायद फिर झुमेंगे कहीं, फिर उन वक्त की झरोखों में, शायद हम फिर मिलेंगे कभी ॥ अब ज्यादा नहीं लिखुंगा, क्योंकि भटक जाता हुं मैं अक्सर इसी बिच यहीं कहीं, अब बस एक आखरी अधुरा सवाल उस ऊपर वाले से, क्या हम फिर मि--- क**?? ॥ #when_your_past_is_separated