चलता रहेगा ये जीवन के पड़ावों का सिलसिला साथ निभाएं हम इस तरह कि पड़ाव कोई भी मुश्किल न लगे एक दूसरे की जरूरत और साथ जरूरी है ,बात ये तय है जिंदगी बोझ लगने लगे बस न देना ऐसा सिला आज उंगली थामी है तुम्हारी बड़े नाजों से फर्ज़ माना है इसे सम्हाला है स्नेहिल हाथों से कल तुम न देना सहारा इस तरह कि कोई अहसान मिला ©Rakhee ki kalam se #बचपन_और_बुढ़ापा #सहारा #फर्ज #परिवार #Love #Nojoto please visit n subscribe my YouTube channel Rakhee ki kalam se चलता रहेगा ये जीवन के पड़ावों का सिलसिला