वक़्त की कश्ती मुकम्मल है आगे देखो या पीछे या फिर अभी क्योंकि जो मुकम्मल है वो नही आता किसी के हाथ पर रहता है सबके साथ वरुण " विमला " "वक़्त" karamjit dalal zayn saifshpa Lata Bharti