कह ना सकी जो मैं दुनिया से वो किताबों के पन्नों मे

कह ना सकी जो मैं दुनिया से
वो किताबों के पन्नों में दफना दिया 
कोई तो ढूढों उन पन्नों को
जिन्हे मैंने हंसते हंसते मिटा दिया
बहुत शिद्दत से लिखा था मैंने
एक एक अल्फाजो को 
लगाया था टीका भी नजर का 
दुनिया से बचाने को
हिम्मत ना थी अब इतनी मुझमें
उसे सहेज के रखने की
जला दिए मैंने सारे कागज़
उम्मीद भी ना की बचने की
इस क़दर मैंने अपना पूरा कर्तव्य निभा दिया
सारे किताबों के पन्नों को मैंने जिंदा ही जला दिया
ये बात सारी अनकही थी
जिसे मैंने सुना दिया
एक शायरी के अंदाज़ में
मैंने लिखकर सब बता दिया
कह ना सकी जो मैं दुनिया से
वो किताबों के पन्नों में दफना दिया 
कोई तो ढूढों उन पन्नों को
जिन्हे मैंने हंसते हंसते मिटा दिया #gif कुछ अनकही बातें...
कह ना सकी जो मैं दुनिया से
वो किताबों के पन्नों में दफना दिया 
कोई तो ढूढों उन पन्नों को
जिन्हे मैंने हंसते हंसते मिटा दिया
बहुत शिद्दत से लिखा था मैंने
एक एक अल्फाजो को 
लगाया था टीका भी नजर का 
दुनिया से बचाने को
हिम्मत ना थी अब इतनी मुझमें
उसे सहेज के रखने की
जला दिए मैंने सारे कागज़
उम्मीद भी ना की बचने की
इस क़दर मैंने अपना पूरा कर्तव्य निभा दिया
सारे किताबों के पन्नों को मैंने जिंदा ही जला दिया
ये बात सारी अनकही थी
जिसे मैंने सुना दिया
एक शायरी के अंदाज़ में
मैंने लिखकर सब बता दिया
कह ना सकी जो मैं दुनिया से
वो किताबों के पन्नों में दफना दिया 
कोई तो ढूढों उन पन्नों को
जिन्हे मैंने हंसते हंसते मिटा दिया #gif कुछ अनकही बातें...
रूह से मोहब्बत करने वाली हम आखरी नस्ल है

अब जो भी चाहेगा जिस्म को चाहेगा

©Bilal raza ARMAN कुछ अनकही बातें
रूह से मोहब्बत करने वाली हम आखरी नस्ल है

अब जो भी चाहेगा जिस्म को चाहेगा

©Bilal raza ARMAN कुछ अनकही बातें
तेरी जुदाई का वो मंजर मार डालेगा 

नवंबर से बच गए तो दिसंबर मार डालेगा

©Bilal raza ARMAN कुछ अनकही बातें
तेरी जुदाई का वो मंजर मार डालेगा 

नवंबर से बच गए तो दिसंबर मार डालेगा

©Bilal raza ARMAN कुछ अनकही बातें
मजबूरीयां रही है अपनी नहीं तो अपना भी एक आसमां होता
एक सुकूं की जमीं पर अपना भी एक मकां होता।

©Anshu Pandey कुछ अनकही बातें
मजबूरीयां रही है अपनी नहीं तो अपना भी एक आसमां होता
एक सुकूं की जमीं पर अपना भी एक मकां होता।

©Anshu Pandey कुछ अनकही बातें
anshupandey8933

Anshu Pandey

New Creator
रातों को निकल पड़ता हूं ये सोच कर कि
काश मेरे इस ज़िन्दगी में भी कोई इस बल्ब कि तरह उजाला कर दे। #कुछ अनकही बातें
रातों को निकल पड़ता हूं ये सोच कर कि
काश मेरे इस ज़िन्दगी में भी कोई इस बल्ब कि तरह उजाला कर दे। #कुछ अनकही बातें
ashujha8395

Ashu Jha

New Creator
सुनो 
अभी चाय के बारे में बात करो 

मोहब्बत के बारे में बात फिर कभी करेंगे

©Bilal raza ARMAN कुछ अनकही बातें
सुनो 
अभी चाय के बारे में बात करो 

मोहब्बत के बारे में बात फिर कभी करेंगे

©Bilal raza ARMAN कुछ अनकही बातें
मैं भी खुद को ढुढं रहा हु

कही मील जाउ तो खबर कर देना

©Bilal raza ARMAN कुछ अनकही बातें
मैं भी खुद को ढुढं रहा हु

कही मील जाउ तो खबर कर देना

©Bilal raza ARMAN कुछ अनकही बातें
उनसे ये उम्मीद के आएगे कब्र पर फातिहा पढ़ने 

वक्त ए जनाजा जो घर से भी बाहर ना आ सके कुछ अनकही बातें
उनसे ये उम्मीद के आएगे कब्र पर फातिहा पढ़ने 

वक्त ए जनाजा जो घर से भी बाहर ना आ सके कुछ अनकही बातें
ये बरसात और तुम्हारी याद

 जब भी आती है  भीगा कर जाती है कुछ अनकही बातें
ये बरसात और तुम्हारी याद

 जब भी आती है  भीगा कर जाती है कुछ अनकही बातें