मिलते नही बच्चे कागज की नाव बनाने वाले शाम को घर में पापा के पांव दवाने वाले ताउम्र तो बस तुम्हें जख्म ही देंगे जमाने वाले अब नही मिलते कहीं रोते हुए को हंसाने वाले मुद्दत हुई ना उनका आया कोई जवाब कहां गये वो यार हम पर जान लुटाने वाले तेरे साथ रह कर हमने इतना जान लिया मुश्किल से मिलते है ताउम्र साथ निभाने वाले इक जमाने से "रोशन" ने बितायी है तन्हा राते अब तो आजा यार मुझको प्यार सिखाने वाले.. कवि रोशनलाल "हंस" 8181052500 #शायरी #प्यार #जुदाई #Shayari #Gazal #Kavishala #NljotoHindi #Nojoto #UrduGajal