देखूँ जब भी किसी नीरस मन को, जब कोई व्यथित मिल जाए अकस्मात, अनायास ही निकल जाती है दुआ दिल से, ऐ साई खुशियों के पुष्प बरसा दे। बरसा दे हर आंगन, गली, चौराहे पर, गुजरने वाले आप ही पुलकित हो जाएँ, आनन्द लहर में झूम-झूम हर कोई, तेरा ही गुण गाएँ, बन राम सरीखा मन, साई राम के दर्शन कर जाएँ। कुछ खुशी के फूल बरसा देना, मेरे अपने भी रहें मस्त हर वक्त, देख तेरी यह सुन्दर लीला, मैं भी नित जश्न मनाऊं, बन ऐसे ही तेरी भक्त। । सुप्रभात। यही कामना है मेरी, ख़ुशियों के फूल खिलें जीवन में... #ख़ुशियोंकेफूल #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi