सिलवटे परत दर परत खुलने दो, शर्म को आज पर्दो में सिमटने दो। अरमां जो मचल रहे है और जलने दो, सुनो, के मेरी एक ना चलने दो। , Caption_ © ohh itzz Me. #ohherotikka #yqbaba #yqdidi