तवायफ़ तू नहीँ तेरी मुहब्बत है मैं नहीँ तो कोई और सही यही तो तेरी फ़ितरत हैं ! "एकलव्य " 🖌🖌 #तवायफ़ तू नहीँ तेरी मुहब्बत हैं ऊषा माथुर