आज बरबस् मेरे कलम ने इतना मजबुर किया... चंद पंिक्तयाॅ मोदीजी के नाम जी हुजुर किया...! वो कहते थे हम अपना फजॆ निभाएॅगे... नतीजा सामने है और क्या बतलाएॅगे...! कहते हैं दुश्मनों का दावत मैंने खाया है... जाने कितनो से मैत्री संबंध बनाया है...! आज भारत के दामन में जख्म जो आया है... तो मित्रों ने भी सहानुभूति जताया है...! अकेले कहाँ जीता किसी ने कोई संग्राम... देश की अखंडता और भाईचारा मेरा काम...! माना बेच दिया किसी ने अपना ईमान... तो चुप हम भी नहीं,कर देंगे सारेआम...! देस्ती को दोस्ती,दुश्मनी को दुश्मनी... भारत हर रिश्ते को निभाने में है धनी...! माना की कुछ गद्दार देश में गिरह बनाया है... यकीं मानो आज उसके घर भी मातम छाया है..! कह दो इस जहाँ से ये पैगाम हमारा है... हम हैं वतन के और ये वतन हमारा है...! इस पर बुरी नजर डालने की सोचा जिसने... मौत के वक्त पानी भी ना मांगा उसने...! दुश्मनी भी हम इतनी अच्छी निभाएँगे... की वे अपना ही चेहरा देखने से कतराएँगे...! जय हिन्द$जय भारत...! #NojotoQuote आज की शाम शहीदों के नाम