अभी ठहरा हूं ज़रा, हारा नहीं हूं खूंरंजियों से मिट जाए, इतिहास की वो धारा नहीं हूं होगा तुम्हारे दिये ज़ख्मों का हिसाब मां भारती का लाल हूं, इस कदर बेचारा नहीं हूं गुरुर का नशा, हर नशे से ज्यादा है तुम नशे में हो, यह तो हरकतों से अभिव्यक्त है जब उतरेगी, तो धूल में नज़र आओगे उसकी लाठी बे आवाज है, पड़ती ज़बरदस्त है कमज़ोर के खून से रंगी जो सियासत है उसका भविष्य निश्चित होना नष्ट है श्रापित है यह धरा, हर युग में,घर के गद्दारों से वर्ना रौंदे इस पुण्य भूमि को, किसकी हैसियत है? मेरी चुप्पी को मेरी कमजोरी न समझो मेरे जवाब का तरीका बहुत रुहानी है मुझसे दुश्मनी है और अपनों को मार रहे हो भूल चुके हो कि मरने वाला पहले हिंदुस्तानी है #bengalviolence #yqdidi #politicalviolence #yqbaba #jayakikalamse