कभी दिल लगाकर खुश थे तेरा साथ पाकर खुश थे हमको क्या पता था 'पारस' गम के वो जुलूस थे जिन्हें,धड़कन बनाया दिल का वो खंज़र के चुभन थे #दिल #पारस #खंज़र #चुभन