फिर से रूठ गए नीतीश चचा कमल फूल से हुआ मोहभंग तो चल दिए भतीजे के संग ये हलचल डर कहलाती है पार्टी के लिए मजबूरी बताती है तोड़ना गठबंधन क्यों जरूरी था उसका कारण अपमान को बताती है। अपमान हो रहा था जब खामोश थे क्यों तब मिल नहीं रहा था रास्ता या फिर इंतजार हो रहा था इजहार ए मिलाप का मिलते ही इशारा आप भाग गए एक बार फिर से नीतीश बाबू पलटू बाबू हो गए । ©MUSAFIR ON THE WAY #cactus Sudha Tripathi Mr Ismail Khan #बिहारराजनीति #biharpolitics