कभी सोचा भी ना था कि एक ऐसा भी दिन आएगा मत कर पाप और बेईमानी नहीं तो फिर एक ऐसा ही दिन आएगा इंसान डर कर रहेगा घरों में जानवर बेफिक्र होकर घुमा करेगा बहारों में इसलिए कहता हूं मत कर दुष्कर्म और अहिंसा नहीं तो फिर एक ऐसा ही दिन आएगा DK Dayanand