#PulwamaAttack वक़्त कितना भी गुजरे दिन वो कभी भूल नही सकते, सुखेंगे नहीं अश्क़ ये आँखे समंदर है। लहू की रवानी है अब भी इन रगों में , ज्वाला प्रतिशोध की अब भी धधक रही अंदर है। #Black14thFabruary ©Saurav Tiwari 🇮🇳 प्रतिशोध की ज्वाला #Black14thFebruary #BlackValentine #PulwamaAttack #jayhind Pankaj Singh Praval Yadav 🇮🇳 कवि राहुल पाल