कभी जो हमसफर बन के हाथ थामा था हमराही मेरा कभी जो दुख दर्द में साथ निभाया था बनके परछाई मेरा जीवन में लाया था खुशियों की उबाल वो कहां गया घड़ी मेरा जो खुद से ज्यादा प्यार करने का किया करता था वादा आज वही बन रहा है नफरतों का तबाही मेरा हां जो था कभी हमराही मेरा आज वही सफर का बन रहा है कांटे मेरा हां मैं जिसका इंतजार कर रहा हूं वह है दिल का टुकड़ा है मेरा ©R A मैं प्यार me इंतजार#Pyar #Aitvaar #intezaar