आशिक़ी में तेरी हम धूप में जल रहे है, तेरी एक झलक पाने को हम मीलों चल रहे हैं, कभी तो खिड़की से मुझे देख तेरे कदम भी बेहकेंगे बस इसी इंतज़ार में हम हर रोज़ पिघल रहे हैं..... #आशिक़ी #झलक #इंतज़ार