दमन करना है तो करो अपने अहं का क्यूँ करना दमन किसी की प्रतिभा का हनन करना है तो करो अपने रोष का क्यूँ करना हनन किसी के सम्मान का नाश करना है तो करो अपने मोह का क्यूँ करना नाश किसी के अनुराग का भोगना है तो भोगो अपने ही प्रारब्ध का क्यूँ भोगो किसी अन्य के अधिकार का देना है तो दो ज्ञान स्नेह और त्याग का क्यूँ देना ज्ञान किसी द्वेष और लोभ का ©के मीनू तोष (२ दिसम्बर २०१७) #hindi #nojoto #nojotohindi #kavita #kavishala #nojotokhabri #poetry दमन करना है तो करो अपने अहं का क्यूँ करना दमन किसी की प्रतिभा का हनन करना है तो करो अपने रोष का क्यूँ करना हनन किसी के सम्मान का