शिक्षक दिवस पर कुछ पंक्तियाँ गुरु की महिमा तुमको मैं आज बताता हूँ, क्यों हैं इतने ख़ास ये राज़ बताता हूँ । गुरु ही धर्म,गुरु ही ग्रंथ,गुरु ही चारों वेद, जो ना समझे महिमा इनकी,उनको है खेद, इनके पावन चरणों मे श्रद्धा सुमन चढ़ाता हूँ, क्यों इतने ख़ास ये राज़ बताता हूँ । यहीं हैं नैया ,यही खिवैया,यही पतवार है, अंधकार से प्रकाश की ओर लगाते पार हैं, इनकी महिमा का मैं गुणगान गाता हूँ, क्यों हैं इतने ख़ास ये राज़ बताता हूँ । ©कवि शिवा "अधूरा" #happy_teacher_day #guru_ki_mahima #Teacher #Teachersday