फासले अफसानो के दरमिया टूटे है.. सांसे साँसो के दरमिया रूठें है ... सच.. झूठ है अब तो.. झूठ.. बन चूका अब सच है... राहें मंजिल के सौगात मैं खफा है.. सब फरीब है जनाब.. बस मौत ही रुक्सत-ए-वफा है... ©satman sahu #deathtears #sadlines #selfhate