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जितना भी मैं समेटना चाहू... हाथ से निकल जाती हो...

जितना भी मैं समेटना चाहू...
हाथ से निकल जाती हो....
बता तो दो तुम मुझसे चाहती क्या हो ?

ए जिंदगी....। #shayri#dayri
जितना भी मैं समेटना चाहू...
हाथ से निकल जाती हो....
बता तो दो तुम मुझसे चाहती क्या हो ?

ए जिंदगी....। #shayri#dayri