अरमानों को जगाया है, लम्हों को सजाया है, कोरे हर्फ़ में तन्हा रात के जज़्बात भरे है, तब जाके चंद अशआर बने है। -सुमीत। ©Sumeet Kumar #शेर #शायरी❤ #Drops