मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया हर शब्द को कविता में जोड़ता चला गया शब्दो को कविता में न जोड़ना फ़िज़ूल था मैं हर शब्द को कविता में जोड़ता चला गया हर रोज एक नई कविता बनाता चला गया मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया जो शब्द मिल गया उसी को जोड़ता चला गया जो शब्द नही मिला उसको छोड़ता चला गया हर शब्द को कविता में जोड़ता चला गया गम और खुशी फर्क न महसूस हो जहाँ मैं अपनी कविता को उस मुकाम पर लाता चला गया मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया हर शब्द को अपनी कविता में जोड़ता चला गया #NojotoQuote ज़िन्दगी का साथ #psp_की_कविता #psp_के_शब्द #poetry_of_psp #nojoto