"दर्द जब उसको बताया तो उसने टोका नहीं। कांधे पर सर को टिकाने से उसने रोका नहीं। सुनता गया चुपचाप बिना मतलब की बातों को भी। आईना बनता गया वो मेरा... देखीं खामियाँ मेरी,फिर भी टूटा नहीं।" ©Akanksha jain #Love #lovebeyondwords #nojotowriters