हर तरफ बिखरी है ख़ामोशी उनमें घुलती आवाज़ हो तुम टूटे अरमानों को सजाती तारों की बारात हो तुम वक्त के टूटे पंखों संग लम्हों की परवाज़ हो तुम दिल के सूने साज़ पर हौले से उभरता राग हो तुम धड़कनों में सिमटती जाती अनकहे जज़्बात हो तुम मुझसे दूर सही पर मुझमें ही आबाद हो तुम मेरी हर बात छुपाए गुमशुम........एक किताब हो तुम।। #ik_kitab_ho_tum #gumsum_ik_raz_ho_tum #dil_ki_aawaj_ho_tum #qdidi #qbaba