Men walking on dark street कभी हंस कर समझौता कर लिया, कभी रो कर ख्वाहिशों को मार गए, लोग समझते रहे हमें कद्र नहीं रिश्तों की, और हम रिश्ते बचाते बचाते खुद से हार गए।। ©nirankar pandey #Emotional shayri