Nojoto: Largest Storytelling Platform

उफ़ तलक न निकली उसके दिल से, जिसने जिस्म से सांसे

उफ़ तलक न निकली उसके दिल से,
जिसने जिस्म से सांसे छीन ली।
मै चुपचाप देखता रहा,
वो जिन्दगी थी मेरी।
आग सी लगा गई दिल - ए महल में,
रोशन - ए चिराग थी मेरी। रोशन - ए चिराग थी मेरी.........!
उफ़ तलक न निकली उसके दिल से,
जिसने जिस्म से सांसे छीन ली।
मै चुपचाप देखता रहा,
वो जिन्दगी थी मेरी।
आग सी लगा गई दिल - ए महल में,
रोशन - ए चिराग थी मेरी। रोशन - ए चिराग थी मेरी.........!

रोशन - ए चिराग थी मेरी.........!