सुकूँ से जीने की ख्वाहिश में, रोज कितना कुछ सह जाते है, दिल मे होता है बहुत कुछ, लेकिन ज़ुबाँ से "सब कुछ कहा कह पाते है"। आकर पढ़े कोई नैनों की भाषा, तो समझे हम तुम्हे कितना चाहते है। लाख सोच कर जाते हैं, लेकिन सब कुछ कहाँ कह पाते हैं। #सबकहाँकहपातेहैं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #hkkhindipoetry #collab #आशु_की_कलम_से