सोचने से कहाँ मिलते है, तमन्नाओं के शहर। चलना भी जरूरी है, मंजिल को पाने के लिए।। #मंज़िल_की_ओर #मंज़िल #सुचिता #yqquotes #suchitapandey #yqinspirationalquotes सोचने से कहाँ मिलते है, तमन्नाओं के शहर। चलना भी जरूरी है, मंजिल को पाने के लिए।। #सुचितापाण्डेय