ऐसी भी क्या जिद थी दूर जाने की जुदा होकर ही मेरी मोहब्बत को आजमाने की, ख्वाहिश नहीं थी मेरी तेरा साथ पाने की, बस ख्वाहिश थी तेरे लबों की मुस्कान बन जाने की. प्रस्तुत है, Aesthetic Thoughts द्वारा प्रेषित एक सुंदर #collab ऐसी भी क्या #ज़िद है। #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi