#OpenPoetry क्यों बगैर रहते हैं लोग अपने में मस्त जबर्दस्त रहते हैं लोग ख्वाब देखने से पूरा नहीं होता फिर भी ख्वाब देखते हैं लोग मासूम मर रहे हैं किसी को फिक्र नहीं यहां अपने में जबरदस्त मस्त रहते हैं लोग कितने ही फुटपाथी बच्चे नंगे सोते हैं दिन में कई लोग ना जाने कौन देखेगा उसको बस अपने में मस्त रहते हैं लोग🤨🤨 😞😞👈 न जाने इंसान को कब इंसान मानेंगे लोग