नाव मेरी है अकेली हमसफ़र चाहिए जीवन के सफर में प्यार की लहर चाहिए कबतक जीऊंगा ग़म की बौछार समेटे हुए खुशिओं की ख़ातिर मुझे क़िस्मत की जुबानी चाहिए हाल-ए-दिल बयां करने में मैंने कितने वादे थे किए टूटेंगे नहीं वह कभी मेरी धड़कनों में हैं समाए हुए इंतज़ार है मुझे जिसका वह वक़्त ले आए जी रहा हूँ यह सपना मेरी आँखों में लिए ______________________नाव मेरी है अकेली ... सुप्रभात। जीवन रूपी नदी में सब अपनी अपनी नावों में सवार हैं और अकेले ही हैं। #नावअकेली #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #an_unproven_star #love #time #life