वो जो एक थी ना, वो मेरी कहानी का एक सुरूर थी, चंचल आंखे, मदमस्त निगाहें, वो मेरे ज़हन का एक गुरूर थी, कहीं भी जाओ अक्सर लोग मुझसे उसकी ही चर्चा किया करते हैं, बिछड़ना तो तय था, पर क्या करूं, वो मेरी कहानी का एक फितूर थी, @हम सबकी एक अधूरी कहानी By Vedprakash #ColorfulUmbrellalove