मै खड़ा था हर हालात में साथ तेरे जब जरूरत तुझे थी लेकिन तू कहीं दूर दूर तक दिखाई न दी जब सबसे ज्यादा तेरी जरूरत मुझे थी कभी सुना ही नहीं कभी समझा ही नहीं इतनी जल्दी तुझे थी याद कर ज़रा मैंने चाहा तुझे कितना लेकिन बदले में तूने क्या किया सोचना ज़रा वैसे बदले की मोहब्बत नहीं थी मेरी मैने तो हमेशा चाही है खुशी तेरी लेकिन इस बार तेरी जरूरत मुझे थी Continue..... ज़रूरत थी तेरी