मंहगाई का दौर तगड़ा अब पिघलना चाहिए, छोड़कर आलस्य अब घर से निकलना चाहिए, बीते दिनों का लेखाजोखा नायक से लेना चाहिए, पर जो सही है उसको आसन फिर से देना चाहिए । त्यागकर मिथ्या, सच की हवा बहनी चाहिए, हो विषय अब देश की सूरत बदलनी चाहिए, इस काम के लिए अब हमें, अपने दिल का सुनना चाहिए, सब देखकर सब भालकर, नेता को चुनना चाहिए । माना 'X' को डालोगे तुम, 'Y, Z' को डालूँगा मैं, वोट डालो जहाँ मन, बस वोट डलना चाहिए । कृपया समय निकाल कर देश हित में वोट अवश्य डालें ! © Avdhesh SG Mittal✍️ #NojotoQuote मेरी इस छोटी सी एक नई कविता को अपना आशीर्वाद प्रदान करें ! शीर्षक - "वोट डलना चाहिए!" © #AvdheshSGMittal✍️ #Ekshayarimaerikamse