Nojoto: Largest Storytelling Platform

कभी कभी तो डर लगता है शरीर क्षीण हो गया तो, क्या ह

कभी कभी तो डर लगता है
शरीर क्षीण हो गया तो, क्या होगा
जो साँस बेतहाशा चल रही है
कभी कभी तो डर लगता है

एकदम से गले पर कसाव, ये कैसा
भावना का आपातकाल बन गया
खुद के तबाह होने में खुदा है
कभी कभी तो डर लगता है भय और भौचक्का का भेद।


#napowrimo #डरलगताहै   #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #life #poetry
कभी कभी तो डर लगता है
शरीर क्षीण हो गया तो, क्या होगा
जो साँस बेतहाशा चल रही है
कभी कभी तो डर लगता है

एकदम से गले पर कसाव, ये कैसा
भावना का आपातकाल बन गया
खुद के तबाह होने में खुदा है
कभी कभी तो डर लगता है भय और भौचक्का का भेद।


#napowrimo #डरलगताहै   #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #life #poetry

भय और भौचक्का का भेद। #NAPOWRIMO #डरलगताहै #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi life poetry