कभी कभी तो डर लगता है शरीर क्षीण हो गया तो, क्या होगा जो साँस बेतहाशा चल रही है कभी कभी तो डर लगता है एकदम से गले पर कसाव, ये कैसा भावना का आपातकाल बन गया खुद के तबाह होने में खुदा है कभी कभी तो डर लगता है भय और भौचक्का का भेद। #napowrimo #डरलगताहै #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #life #poetry