गुलाब हैं तुम उस खिले गुलाब की तरहा क्युकी उसकी तरहा मुस्कुराते बहुत हैं हैं तुम लेहरते गुलाबो की तरहा क्युकी आप शर्माते बहुत हैं हम आपको छेड़ नही सकते उनके कांटो की तहरा क्युकी फिर हमे सुधारने के लिए आपके चांटे बहुत हैं हैं तुम पूरे गुलाब की तरहा क्युकी आपको हम क्यूट बताते बहुत हैं माफ कर देना हमको तुम दिल के बड़े इंसान की तरहा क्युकी हम आपको स्ताते बहुत हैं रूंट ना मत लग जाना गले मेरे मेहर बान की तरहा क्युकी हम आपको जान दिल से मनाते बहुत हैं ! 😊😊