यू नहीं हैं, के उदास नहीं हैं बस अब तुम्हे देख पाने की वो बेताबी,वो हुमास नहीं है तुम्हारी सख्तदिली ने छीन ली मासूमियत मेरी वरना मुझे आज भी मोहब्बत से तो एतराज नहीं हैं मैं ही हर बार,बार-बार तुम्हारी ओर नाकामयाब कोशिशें करती रही बातें करने का तुम्हारे शहर में कोई रिवाज़ नहीं है यू नहीं हैं,औरों से नहीं होती होगी बस मुझ से तारूफ का कोई एजाज़ नहीं हैं किसी पर इश्क़ ना ज़ाया करना बड़ा कीमती जज़्बा हैं,ये कोई सस्ता सा बदल जाने वाला मिजाज़ नहीं है तुम मुझे एक रोज़ मिल तो जाओ कभी दो पल सही, चाहो तो सही मेरे जज्बे में घुल के देखो तो एक रोज़ खुद से मिल के देखो तो मुझे और चाहिए भी क्या खुश रहो,जहां भी रहो अब ख़बर है... मुझे,मामूली हु मैं मुझसे मोहब्बतब का तुम्हे कोई जवाज़ नहीं है... ©ashita pandey बेबाक़ #snow लव शायरी हिंदी में लव कुश कांड लव स्टेटस शायरी लव रोमांटिक