मेरे वज़ूद की कहानी वो, मेरे सर पे जिसका साया हैं । माँ तुझसे ये दुनिया मेरी, तुझसे ही जीवन पाया हैं।। हर एहसास तुझसे ही जाना मैने इस जहाँ में आके, है कर्ज़दार उसका ये बेटा, दूध जो तूने पिलाया हैं। पहला लफ्ज़ तू बनी मेरे जीवन का, खुदा के करम से, पकड़ मेरे हाथों को, मुझे संभलना सिखाया हैं। है आज अपने कदमों पर *योगेश* तेरे ही कदमो से मैने चलकर , इस मुकाम को पाया है। मेरे वज़ूद की कहानी वो, मेरे सर पे जिसका साया हैं। माँ तुझसे ये दुनिया मेरी, तुझसे ही जीवन पाया हैं।। तुझसे ही दुनिया मेरी - योगेश खातोदिया