मैं रुक जाती थी। तुम्हारे प्रेम भरे आग्रह की,मुझको आस थी। मैं जी रही थी तुम्हें अपनी जिंदगी समझकर, फिर कैसे तुम्हारी पुकार पर न रुक पाती थी।। रोक लेना था मुझे... #रोकलेनाथा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi