भोली है तू बहुत मासूम है तू, मेरे दिल की हंसी मेहमान है तू, साथ मेरे हरपल रहती है जो, वो मेरे होंठों की मुस्कान है तू, मेरे अकेलेपन की हमसफर है, मेरे महफ़िल की रौनक है, परेशानियों में जो हौसला बढ़ाती है, जीवन में आगे बढ़ने का सामान हैं तु, तेरा नाम और सूरत मेरे दिल की ख़ुशी है, मेरे लिए उस रब का एहसान है तू, तेरा साथ दिल में जीने की उमंग भर देता है, लगता है अपनों के रुप में भगवान है तू। ©Riti sonkar cousin love