महसूस किया खुशबू को फूलों से निकलते हुए। मैंने आज चाँद को देखा बैटमिंटन खेलते हुए।। उसे देखना और देखते रहना निक लग रहा था। शायद उसे भी खेलना बहुत ठीक लग रहा था।। वो अपनी छत पर खेल रही अपने सखा के साथ। और मैं उसे देख रहा था उम्मीद-ए-वफ़ा के साथ।। हाँ मुझे उसे देखना बहुत ही अच्छा लग रहा था। उसको खेल के प्रति विश्वास सच्चा लग रहा था।। फ़िर बज चुके थे आठ और हो भी चुकी थी शाम। वो तो गयी घर और मुझे सूझ नहीं रहा कोई काम।। फ़िर अगले दिन मैं उसका इंतज़ार कर रहा था। खिड़की से उधर झाँकना बार बार कर रहा था।। वो आयी, और मेरी ख़ुशी का ठिकाना ना रहा। पर उसे देखने का ये सिलसिला रोजाना ना रहा।। #yqdidi #yqquotes #yqbaba #yqlove #lovequotes #badminton_girl