Nojoto: Largest Storytelling Platform

सपने संजोए , घर में बैठे हुए , संतान को संवारती है

सपने संजोए , घर में बैठे हुए , संतान को संवारती है मां ‌।
दुख अगर आए संतान पर , खुद पर बिखेरती है मां।

खुद मार ले मगर मारने ना देती हैं मां ।
सब गम भूला संकट में आगे आती है मां

 ,✍️✍️राहुल सैनी✍️✍️

©Rahul Saini (शास्त्री)💕 #MothersDay2021  Neha  Neha  indira
सपने संजोए , घर में बैठे हुए , संतान को संवारती है मां ‌।
दुख अगर आए संतान पर , खुद पर बिखेरती है मां।

खुद मार ले मगर मारने ना देती हैं मां ।
सब गम भूला संकट में आगे आती है मां

 ,✍️✍️राहुल सैनी✍️✍️

©Rahul Saini (शास्त्री)💕 #MothersDay2021  Neha  Neha  indira