History and Culture मै मरघट जा कर आयी हूं जहा वैराग्य रहता है अधजली चिताओ की लकड़ियों से कोई महाकाव्य रचता है कई लोग आते है यहां कोई मृत देह को जलाने तब उस महाकाव्य के कई अक्षर कानों में पड़ते है जग वाले जिसे छड़िक श्मशानी वैराग्य कहते है और लौट कर याह से जब ये सारे फिर से माया में फंसते है तब वहां खड़ा वैराग्य जोर जोर से हस्ता है में मरघट जा कर आयी हूं जहा वैराग्य रहता है #history_and_culture #nojotoenglish #Nojoto