सफर और खिड़की वाली सीट, सफर के रोमांच को दोगुनी कर ही देती है। यहाँ बैठकर आप महसूस कर सकते हैं, प्रकृति को....! वो प्रकृति जिसमे न जाने कितने रहस्य समाहित हैं। आप देख सकते है, दौड़ते पहाड़ों की होड़, अपने लय में बहती मतवाली नदी, सदाबहार वृक्षों की मंडली,मानो किसी विशेष मुद्दा पर बहस चल रही हो। चहकती चिडियों की फौज,मानो इन्हें भी अपनी बात रखनी हो । चांदनी रात में पीछा करता चाँद। ये मनोरम दृश्य ऐसा प्रतीत होता है, मानो ये सफर भी प्रकृति का रहस्य बन यूँही चलता रहे। #खिड़की वाली सीट #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqhindi #poetry #safar