झूठी शान के मालिक का क्या पैगाम देखूं मैं तेरे जैसों का मेरे दोस्त क्या अंजाम देखूं मैं माना वक्त की आंधी ने उड़ाने थाम रखी है जिस गली जाना ना मुझको क्यों उसका नाम देखूं मैं #nam dekhu mein