अपना घर अपना होता है सबका यह सपना होता है घर ऐसा होगा जहाँ पर हो बाहर के हर दरवाजे खुले आमद के हर आहटें सुने झरोखे की हो हवा से संग धूल उड़े तो होजाये ये बंद जहां बगीचे भरे हों गुलाब फुहार झरने का हो बेताब अशोक के विशाल वृक्ष हों विचरण कर चंचल मृग हों एक पुस्तकालय प्रदीप हो साहित्य आत्मा सजीव हो प्रांगण के मध्य देवदूत बसें स्वच्छता के ऐनक लिए रहें ऊपर मकान नीचे दुकान!! सुप्रभात। अपना घर अपना ही होता है। दुनिया के सारे आराम अपने घर पर ही मिलते हैं। #अपनाघर #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #musings #miscellaneous