गर इश्क़ है खता तो बड़ी शिद्दत से मैंने ये खता की है गर मेरे आंखों में अश्क ही है मेरे मौला की रजा तो ये रजा सर आंखों पर मैंने ली है गर होती है इश्क़ में कजा तो अपने रूह की कजा मैंने की है गर इश्क़ का नाम है वफ़ा तो सातो जन्म की वफा मैंने तेरे नाम की है गर इश्क़ है इबादत तो कसम खुदा की तेरे नाम से मैंने हर दुआ की है। #इश्क़# wafa #कजा