वो कानून ही क्या जिसमें दांव पेंच न खेले जाए, वो नियम ही क्या जिसे तोड़ा न जाए, वो कील ही क्या जिसे ठोका न जाए, वो भविष्य ही क्या जिसे संवारा न जाए, वो कागज़ ही क्या जिसे फाड़ा न जाए, वो जीवन ही क्या जिसे जिया न जाए, वो मौत ही क्या जिसे मरा न जाए। Savita Jain ✡Ekta Jain Hitanshu Gupta The_ चीकू Satish Manav