संदेशी परिंदा समझ कर उड़ा मत देना, कहीं कोई राह भटक ना जाऊं मैं। इश्क का नादान परिंदा हूं मैं, कहीं दिल के अरमान ना बन जाऊं मैं।। 💟💟💟💟