आगे बढ़ना जिंदगी है पीछा वह जो जीया है कामना के भंवर जाल में पीछा अनुभव का दीया है। सूरज हो या चंदा सब जगह आवृत्ति का धंधा थोड़ा पीछा भी याद रखें तो जीवन लगे ना फंदा।। ©Mohan Sardarshahari पीछा (Backspaced)